
लखनियापुर कोटा चयन में गड़बड़ी का आरोप, प्रत्याशी ने अधिकारियों पर लगाए गंभीर आरोप
- सीतापुर (सकरन विकासखंड)। ग्राम पंचायत लखनियापुर में शुक्रवार को आयोजित कोटा चयन की खुली बैठक विवादों में घिर गई है। इस चयन प्रक्रिया में राहुल को 555 और उनके प्रतिद्वंदी रामनाथ को 541 वोट मिलने के बाद राहुल को विजयी घोषित किया गया, लेकिन अब इस परिणाम को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं।
- बैठक के दौरान उस समय हड़कंप मच गया जब ग्राम प्रधान पैकरामा की अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें आनन-फानन में सीएससी सांडा (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) में भर्ती कराया गया। ग्राम प्रधान की गैरमौजूदगी के बावजूद कोटा चयन की प्रक्रिया जारी रही, जिस पर प्रत्याशी रामनाथ और उनके समर्थकों ने नाराज़गी जताई।
रामनाथ का आरोप:
रामनाथ ने खंड विकास अधिकारी को एक प्रार्थना पत्र सौंपते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि कोटा चयन में ऐसे लोगों की भी गिनती कर दी गई जो दूसरी ग्राम पंचायत से थे और जिनके पास कोई वैध पहचान पत्र नहीं था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारियों की मिलीभगत से राहुल को विजयी घोषित किया गया है।
प्रशासन की भूमिका पर उठे सवाल
रामनाथ का कहना है कि मौके पर ब्लॉक एडीओ, पंचायत एडीओ, एसआईबी विजय कुमार और अन्य अधिकारी मौजूद थे, बावजूद इसके मतदाताओं के आधार कार्ड की जाँच नहीं की गई। ग्रामीणों का कहना है कि जब ग्राम प्रधान ही उपस्थित नहीं थे, तो चयन प्रक्रिया रोक दी जानी चाहिए थी।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम, फिर भी सवाल बरकरार
घटना स्थल पर सकरन, तालगांव और रेउसा थानों से भारी पुलिस बल मौजूद था, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद मतदाता पहचान की सत्यता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
अब इस पूरे मामले में सभी की निगाहें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हुई हैं। देखना होगा कि क्या निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी या मामला यूं ही ठंडे बस्ते में चला जाएगा।